

मुंगेली। तहसील लोरमी के बिठलदह निवासी स्व. गोरेलाल राजपूत ने जीवनकाल में मृत्यु के बाद शरीर दान करने का संकल्प लिया था, जिसे उनके परिवार ने पूरी निष्ठा से पूरा किया। मंगलवार को उनके देहांत के बाद, बेटी भगवती राठौर और दामाद रघुनाथ राठौर ने उनकी अंतिम इच्छा का सम्मान करते हुए मृत देह को छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) मेडिकल कॉलेज बिलासपुर को शोध कार्य के लिए दान किया।
गौरतलब है कि 13 नवंबर 2024 को प्रयास अ स्माल स्टेप फाउंडेशन द्वारा आयोजित जिला स्तरीय अंगदान-शरीरदान प्रेरणा शिविर में 151 लोगों ने सामूहिक रूप से शपथ पत्र भरकर दान की घोषणा की थी। इसी शिविर में स्व. गोरेलाल राजपूत ने अपने पूरे शरीर को दान करने का संकल्प लिया था।
उनकी मृत्यु की सूचना पर संस्था के सदस्यों ने सिम्स मेडिकल कॉलेज से संपर्क कर आवश्यक कानूनी व औपचारिक प्रक्रियाएं पूरी कराईं। वरिष्ठ पत्रकार प्रशांत शर्मा द्वारा शव वाहन की व्यवस्था की गई, जबकि बिलासपुर में प्रयास संस्था के सदस्य सत्या चंद्राकर ने सभी दस्तावेजी कार्य पूरे कराए। समाजसेवी माधव मजुमदार भी फोन पर लगातार परिजनों और संस्था को मार्गदर्शन देते रहे।
देहदान की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद, स्व. गोरेलाल राजपूत के परिजनों ने संस्था, सहयोगियों और समाज को अंगदान-शरीरदान के लिए प्रेरित करने हेतु आभार व्यक्त किया। यह कदम आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा।







