

बिलासपुर। ऑपरेशन प्रहार के तहत तारबाहर पुलिस ने नशीली दवाओं की सप्लाई करने वाले युवक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी अमन सिंघल के पास से Nitrazepam की 150 टैबलेट बरामद की गईं।
Nitrazepam का खतरनाक दुरुपयोग
यह दवा सामान्यतः अनिद्रा (Insomnia) के इलाज में दी जाती है, लेकिन नशे के रूप में इसका दुरुपयोग बेहद खतरनाक है। इसका सेवन करने से व्यक्ति को भ्रम, अवास्तविक चीजें देखना-सुनना, चिड़चिड़ापन, आक्रामकता और मानसिक असंतुलन जैसी गंभीर समस्याएँ हो सकती हैं।
तितली चौक चाकूबाजी से जुड़ा मामला
25 अगस्त की रात तितली चौक मार्ग पर हुए चाकूबाजी प्रकरण से भी इस गिरफ़्तारी का संबंध है। उस घटना में नशे की हालत में तीन युवकों ने विवाद के दौरान समीर यादव (निवासी शहडोल) पर चाकू से हमला किया था। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 24 घंटे में ही दो नाबालिगों और अमन सारथी (निवासी – चिंगराजपारा) को गिरफ्तार कर लिया था।
जांच के दौरान यह सामने आया कि युवकों को नशे का सामान राहुल (निवासी – बंगालीपारा, सरकंडा) उपलब्ध कराता था। उसे भी गिरफ्तार कर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 49 के तहत दुष्प्रेरणा का आरोपी बनाया गया।
ट्रैप बिछाकर पकड़ा गया सप्लायर
राहुल से पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि वह नशे की गोलियाँ अमन सिंघल से खरीदता था। इसी सूचना पर पुलिस ने जाल बिछाकर अमन सिंघल को रंगे हाथ दबोच लिया।
कानूनी कार्रवाई
अमन सिंघल के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट की धारा 21 और 22 के तहत अपराध दर्ज कर न्यायिक कार्यवाही की जा रही है।
पुलिस का संदेश
बिलासपुर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अब केवल अपराध करने वालों पर ही नहीं, बल्कि नशे का सामान उपलब्ध कराने वाले हर सप्लायर और नेटवर्क से जुड़े व्यक्ति पर शिकंजा कसा जाएगा। पुलिस इस पूरे गिरोह की जड़ तक पहुँचने और सभी आरोपियों को कानून के दायरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है।