

रायपुर। रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अमरेश कुमार मिश्रा ने जिले के पुलिस बल को अनुशासन, सकारात्मक सोच और टीम भावना के साथ कार्य करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि पेशेवराना तरीके से प्रतिबद्ध होकर काम करने से अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सकता है और जनता का विश्वास पुलिस पर और मजबूत होगा।
अटल बिहारी बाजपेयी सभागार, मेकाहारा रायपुर में आयोजित इस दो दिवसीय मार्गदर्शन सत्र का आज समापन हुआ। कार्यक्रम में कुल 2316 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए। समापन सत्र में 894 जवान उपस्थित रहे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने कार्यक्रम की शुरुआत परिचयात्मक उद्बोधन से की और रायपुर पुलिस की उपलब्धियों, चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं की जानकारी दी।
मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक अमरेश कुमार मिश्रा ने सीधे संवाद की शैली अपनाई और आरक्षक से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक सभी से चर्चा की। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या हम पुलिसिंग के लिए पर्याप्त मेहनत कर रहे हैं? अपराध और कानून-व्यवस्था की चुनौतियों का समाधान कैसे खोजा जाए? इस पर सभी ने अपने विचार साझा किए।

आईजी ने थाना प्रभारियों को निर्देश दिए कि विवेचकों से रोजाना केस की समीक्षा करें और अपराध को बड़ा रूप लेने से पहले ही रोकने के लिए तत्पर रहें। उन्होंने हेलमेट का उपयोग अनिवार्य करने और नशे पर सख्त प्रतिबंध लगाने की भी बात कही।
मिश्रा ने अनुशासन, विश्वास और सामूहिक प्रयासों को बेहतर पुलिसिंग की कुंजी बताया। उन्होंने कहा कि पुलिस बल में एकजुटता और समन्वय से जनता के बीच विश्वास कायम होगा।
अंत में एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने कहा कि यह सत्र अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए अत्यंत प्रेरणादायी और उपयोगी रहा। उन्होंने विश्वास जताया कि आगामी उत्सवों में रायपुर पुलिस और अधिक अनुशासित, संवेदनशील और प्रभावी ढंग से काम करेगी।
