

बिलासपुर | पुलिस विभागीय जांचों की प्रक्रिया अब होगी और अधिक व्यवस्थित व प्रभावी — इसी उद्देश्य के साथ आज बिलासपुर रेंज कार्यालय में “विभागीय जांच की प्रक्रिया एवं कार्यवाही” विषय पर एक दिवसीय रेंज स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
प्रमुख प्रशिक्षणकर्ता के रूप में इस सत्र को सेवानिवृत्त अति. पुलिस महानिदेशक डॉ. आनंद तिवारी (भा.पु.से.) ने संबोधित किया, जिन्होंने विभागीय जांच के दौरान की जाने वाली सामान्य त्रुटियों, प्रक्रियागत सावधानियों और माननीय न्यायालयों द्वारा समय-समय पर दिए गए दिशा-निर्देशों पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला।
वर्चुअल जुड़ाव से रेंज के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकगण भी सत्र में शामिल रहे।
प्रशिक्षण के दौरान इन बिंदुओं पर विशेष फोकस रहा:
छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1965
छ.ग. पुलिस मैन्युअल व रेग्युलेशन्स की कानूनी प्रक्रिया
नैसर्गिक न्याय की अवधारणा
विभागीय जांच की समयसीमा और फाइलिंग प्रणाली
श्री बृज बिहारी साहू, निरीक्षक-अ, वरिष्ठ शीघ्रलेखक द्वारा विभागीय जांच नस्ती की फाइलिंग प्रक्रिया एवं व्यवहारिक अड़चनों पर प्रस्तुति दी गई।
उद्देश्य: राजपत्रित एवं अनुसचिवीय अधिकारियों को अद्यतन जानकारी देकर जांच कार्यवाही में सटीकता व पारदर्शिता लाना।
इस अवसर पर बिलासपुर रेंज के 24 राजपत्रित अधिकारी व 07 अनुसचिवीय अधिकारी प्रत्यक्ष रूप से उपस्थित रहे, जबकि जिलों से पुलिस अधीक्षकगण वर्चुअल प्लेटफॉर्म के माध्यम से जुड़कर प्रशिक्षण में भागीदार बने।
पुलिस विभागीय मामलों में पेशेवर दक्षता की दिशा में यह प्रशिक्षण सत्र एक अहम पहल के रूप में देखा जा रहा है, जो भविष्य में पारदर्शी और समयबद्ध जांच कार्यवाही सुनिश्चित करेगा।