

बिलासपुर (छत्तीसगढ़)। कोटा थाना क्षेत्र के ग्राम सेमरिया में वन विभाग की टीम पर हमला कर शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने, मारपीट करने, तथा जान से मारने की धमकी देने के आरोप में फरार चल रहे 5 आरोपियों को कोटा पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
मामला क्या है?
दिनांक 01 जून 2025 को कोटा वन परिक्षेत्र अधिकारी विवेक देवांगन ने थाना कोटा में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि ग्राम सेमरिया में कुछ लोग अवैध रूप से सागौन लकड़ी की तस्करी कर रहे हैं। इस सूचना पर वन विभाग की टीम ने जब छापा मारा, तो आरोपियों ने टीम को गाली-गलौज की, शासकीय कार्य में बाधा डाली, मारपीट की और जान से मारने की धमकी भी दी।
दर्ज धाराएं:
प्रकरण में आरोपियों के विरुद्ध धारा 121(1), 132, 221, 296, 351(2), 324(4), 191(2), 3(5) बी.एन.एस. के तहत अपराध दर्ज किया गया था।
अब तक की कार्रवाई:
इस मामले में पूर्व में ही 4 आरोपियों —
दिनेश ध्रुव
नील कुमार घृतलहरे
भुरवा उर्फ अंधियार सिंह
शकुन बाई गोंड
को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका था।
अब पुलिस ने फरार चल रहे 5 अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार आरोपी:
1. रामेश्वर बंजारे पिता कार्तिक राम बंजारे (उम्र 35)
2. प्रकाश मधुकर पिता भुरवा राम (उम्र 24)
3. पंकज खांडे पिता श्याम सुंदर खांडे (उम्र 20)
4. सनत मधुकर पिता भुरवा राम (उम्र 37)
5. धन्नू पाटले पिता साधे लाल (उम्र 36)
(सभी निवासी ग्राम सेमरिया, थाना कोटा, जिला बिलासपुर)
पुलिस की सतर्कता:
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के निर्देश पर चलाए जा रहे “चेतना अभियान” के तहत यह कार्रवाई की गई। इस अभियान का उद्देश्य अपराध नियंत्रण और अवैध गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाना है।
कार्रवाई को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्रीमती अर्चना झा (रा.पु.से.) एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस कोटा श्रीमती नूपुर उपाध्याय (रा.पु.से.) के मार्गदर्शन में अंजाम दिया गया।
सराहनीय योगदान:
इस कार्रवाई में
निरीक्षक तोपसिंह नवरंग
प्रधान आरक्षक घनश्याम आडिल (938)
आरक्षक जलेश्वर साहू (252)
की विशेष भूमिका रही।
पुलिस की अपील: “शासकीय कार्य में बाधा डालने या अवैध कार्यों में लिप्त व्यक्तियों की सूचना तत्काल पुलिस को दें। आपकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।”