

रायगढ़ । ओडिशा के रायगढ़ जिले के काशीपुर प्रखंड स्थित बैगनागुड़ा गांव में सामाजिक मान्यताओं को लेकर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां अनुसूचित जनजाति (ट्राइबल) समुदाय की एक युवती ने दूसरी जाति के युवक से प्रेम विवाह कर लिया, जिसके बाद गांव में ‘शुद्धिकरण’ की प्रक्रिया करवाई गई।
जानकारी के मुताबिक युवती का प्रेम-प्रसंग अनुसूचित जाति के युवक से चल रहा था। परिवार के विरोध के बावजूद दोनों ने विवाह रचा लिया। इससे नाराज गांववालों और रिश्तेदारों ने लड़की के परिवार पर दबाव बनाकर शुद्धिकरण की परंपरा निभाई।
40 परिवारों का सिर मुंडवाया, दी गई बलि
11 जून को गांव के लगभग 40 परिवारों ने इस ‘शुद्धिकरण’ प्रक्रिया में हिस्सा लिया। सभी के कम से कम एक-एक सदस्य का सिर मुंडवाया गया। साथ ही बकरे, मुर्गी और सूअर की बलि भी दी गई। बताया गया कि इस पूरे कार्यक्रम का खर्च लड़की के परिवार ने उठाया।
गांववालों का कहना है कि विवाह से समाज की ‘पवित्रता’ को ठेस पहुंची थी, इसलिए जातिगत परंपराओं को निभाते हुए यह कदम उठाया गया।
प्रशासन ने ली घटना की जानकारी, जांच के आदेश
काशीपुर बीडीओ विजय सोये ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही प्रखंड कल्याण विकास पदाधिकारी को मौके पर भेजा गया है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
यह मामला न केवल सामाजिक सोच पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि 21वीं सदी में भी जाति और परंपराओं की बेड़ियां टूट नहीं पाई हैं। प्रशासन अब इस प्रकरण की जांच में जुटा है, देखना होगा कि क्या कोई कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी या यह मामला सिर्फ जांच तक सीमित रह जाएगा।