

मुंगेली । जिले में सड़क दुर्घटना पीड़ितों को शीघ्र और नगद रहित उपचार उपलब्ध कराने की दिशा में प्रशासन ने एक और कदम बढ़ाया है। कलेक्टर कुंदन कुमार (भा.प्र.से.) और पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (भा.पु.से.) के निर्देश पर जिला चिकित्सालय सभागृह में गुरुवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत 1.50 लाख रुपये तक के कैशलेस इलाज की सुविधा सुनिश्चित करने हेतु आयोजित की गई।
कार्यशाला का संचालन DRM NIC परिमल दास ने किया। उन्होंने अस्पताल संचालकों, चिकित्सकों और आयुष्मान ऑपरेटरों को एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (iRAD/eDAR) पोर्टल के माध्यम से नगद रहित उपचार की प्रक्रिया की जानकारी दी। प्रशिक्षण में बताया गया कि किसी भी सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति के अस्पताल पहुंचते ही पहले उसका उपचार शुरू किया जाएगा और तत्पश्चात पोर्टल पर उसकी प्राथमिक जानकारी दर्ज की जाएगी।

प्रक्रिया के तहत अस्पताल को तुरंत निकटतम पुलिस थाने को सूचना देनी होगी। संबंधित पुलिस अधिकारी मौके पर जाकर घटना की पुष्टि करेगा और पोर्टल पर दर्ज करने के बाद एक यूनिक दुर्घटना आईडी जारी करेगा। स्वास्थ्य विभाग को 24 घंटे के भीतर इस आईडी को अपलोड करना अनिवार्य होगा। इसी आधार पर पीड़ित कैशलेस इलाज का लाभ प्राप्त कर सकेगा।
जिले में अब तक कुल 52 अस्पताल iRAD/eDAR पोर्टल पर पंजीकृत हो चुके हैं, जिनमें 32 शासकीय और 20 निजी अस्पताल शामिल हैं। कार्यशाला में उप पुलिस अधीक्षक (यातायात) संजय कुमार साहू, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी शीला शाह, जिले के चिकित्सक, आयुष्मान ऑपरेटर तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि इस पहल से सड़क दुर्घटना पीड़ितों को समय पर बेहतर इलाज उपलब्ध होगा और चिकित्सा सेवाओं में पारदर्शिता एवं संवेदनशीलता को नई दिशा मिलेगी।
