

बिलासपुर । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर मंडल के चांपा रेलवे स्टेशन के मुख्य स्टेशन प्रबन्धक कार्यालय के सामने दीवार में एक प्रेरणादायी पहल के अंतर्गत महान कर्मयोगी रेलकर्मी स्व. श्री सदाशिव गोविंद कात्रे एवं पद्मश्री सम्मानित स्व. श्री दामोदर गणेश बापट जी की समाज सेवा को समर्पित जीवन यात्रा को सम्मानित करते हुए एक स्मृति शिलालेख की स्थापना की गई है।
कर्मयोगी स्व. श्री सदाशिव गोविंद कात्रे जी, स्वयं एक रेल कर्मचारी एवं कुष्ठ रोगी होते हुए भी, वर्ष 1962 में भारतीय कुष्ठ निवारक संघ की स्थापना कर, मानवता की सेवा की अद्वितीय मिसाल बने। उन्होंने सामाजिक उपेक्षा और मानसिक संघर्षों के बीच कुष्ठ रोगियों के पुनर्वास और सम्मान की दिशा में अभूतपूर्व कार्य किए। रेलवे कर्मचारी के रूप में कार्यरत रहते हुए, उन्होंने अपने कर्तव्य के साथ-साथ समाजसेवा को भी एक नई ऊँचाई दी।
भारत सरकार द्वारा उनके योगदान को चिरस्मरणीय बनाते हुए कात्रेनगर डाकघर की स्थापना की गई एवं दिनांक 12 नवम्बर 2024 को उनके सम्मान में विशेष डाक आवरण और विरूपण मुहर भी जारी की गई।
स्व. श्री कात्रे जी की प्रेरणा से उनके सहयोगी स्व. श्री दामोदर गणेश बापट जी ने भी इस मिशन को आगे बढ़ाया तथा भारतीय कुष्ठ निवारक संघ को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। उन्हें वर्ष 2018 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
यह स्मृति शिलालेख न केवल इन महापुरुषों की अद्वितीय सेवा को श्रद्धांजलि है, बल्कि वर्तमान एवं भावी पीढ़ी के लिए समाजसेवा और समर्पण की प्रेरणा भी है। भारतीय कुष्ठ निवारक संघ, चांपा रेलवे स्टेशन से लगभग 7 किलोमीटर दूर चांपा-बिर्रा मार्ग पर आज भी समाज सेवा का जीवंत प्रतीक बना हुआ है।
वरि.मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री अनुराग कुमार सिंह ने कहा कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे इस प्रकार के प्रेरणादायी कार्यों और समाज को जोड़ने वाली स्मृतियों को संरक्षित करने हेतु प्रतिबद्ध है। हमारा प्रयास है कि इस स्मृति शिलालेख के माध्यम से यात्रियों और समाज के हर वर्ग को यह संदेश मिले कि सेवा, संवेदनशीलता और समर्पण ही सच्चे मानव धर्म हैं। रेल प्रशासन समाज की ऐसी विभूतियों को सदैव सम्मानपूर्वक स्मरण करता रहेगा।”