

पत्थरताल गांव में एक संवेदनशील मामला सामने आया जहां थाना लालपुर की तत्परता और संवेदनशीलता ने एक स्कूली बच्चे के भविष्य को अंधकार से बचा लिया।
मुंगेली/लालपुर । ग्राम पत्थरताल निवासी सरिता भास्कर, पत्नी रेखचंद भास्कर ने थाना लालपुर में आकर लिखित शिकायत दर्ज कराई कि उसका पति आदतन शराबी है, और शराब पीने के लिए आए दिन पैसे की मांग करता है। विरोध करने पर वह मारपीट करता है और घर का सामान तक बेच देता है।
सरिता ने बताया कि दो दिन पहले रेखचंद ने उनके बेटे की साइकिल, जिससे वह रोज़ाना 5 किलोमीटर दूर स्कूल आता-जाता है, गांव कुथुरताल के एक व्यक्ति को 500 रुपये के बदले गिरवी रख दी थी और उस राशि से शराब पी गया।
पुलिस ने दिखाई संवेदनशीलता, तुरंत की कार्यवाही : थाना प्रभारी लालपुर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत प्रधान आरक्षक और दो पुलिसकर्मियों की टीम को ग्राम पत्थरताल भेजा। वहां उन्होंने रेखचंद को बुलाकर समझाइश दी और फिर गिरवी रखी गई साइकिल को 500 रुपये अदा कर छुड़वाया, जिसे उसी समय बच्चे को लौटा दिया गया।
साइकिल पाकर बच्चे के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई, और ग्रामीणों ने थाना पुलिस की इस मानवीय कार्यवाही की खूब सराहना की।
थाना प्रभारी ने दी अपील ; थाना प्रभारी ने ग्रामीणों से अपील की कि: “यदि कोई व्यक्ति अपने घरेलू सामान या बच्चों की जरूरी सामग्री को पैसे के बदले गिरवी रखता है, तो ऐसे व्यक्तियों को पैसे न दें। ऐसी स्थिति में तुरंत पुलिस को सूचना दें।”
“पुलिस का एक रूप यह भी है” : थाना लालपुर की यह पहल पुलिस के संवेदनशील और सामाजिक रूप को दर्शाती है। ऐसे मामलों में मानवीय दृष्टिकोण अपनाकर पुलिस ने समाज में एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत किया है।