

मुंगेली। जिले में तीन वर्ष पूर्व हुई एक ऑनलाइन ठगी के मामले में आखिरकार पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले से एक ऐसे अंतर्राज्यीय साइबर ठग को गिरफ्तार किया है, जो खुद को बैग सप्लाई करने वाली कंपनी का प्रतिनिधि बताकर मुंगेली के एक व्यापारी से ₹1,61,100 की ठगी कर चुका था और तीन साल से फरार था।
ऐसे रची गई थी ठगी की साजिश
वर्ष 2022 में मुंगेली निवासी अनुप सत्यपाल को केरी बैग की ज़रूरत थी। इंटरनेट पर सर्च करते समय उन्हें एक नंबर मिला, जहां उन्होंने संपर्क किया। फोन पर बात करने वाले व्यक्ति ने खुद को “बिजनेस ओनर” बताते हुए कहा कि वह थोक में बैग सप्लाई करता है। बातों में विश्वास दिलाने के लिए उसने व्हाट्सएप पर बैग की तस्वीरें, फर्जी बिल और बैंक खाता नंबर भेजा।
अनुप सत्यपाल ने विश्वास करके आरोपी के बताए खाता नंबर में किश्तों में ₹1,61,100 ट्रांसफर कर दिए। लेकिन जब तय तारीख तक माल नहीं पहुंचा, तो उन्होंने संपर्क करना चाहा — आरोपी का मोबाइल बंद मिला। उन्हें तब ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस ने साइबर सेल और तकनीकी साक्ष्यों की मदद से पकड़ा आरोपी
इस गंभीर प्रकरण को पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (भा.पु.से.) ने विशेष रूप से संज्ञान में लिया। उन्होंने पुराने लंबित मामलों की समीक्षा के तहत विशेष टीम गठित कर निर्देश दिए। इसके तहत साइबर सेल द्वारा मोबाइल नंबर ट्रेसिंग, खातों की जांच, स्थानिक विश्लेषण एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले स्थित आलापका गांव, थाना किंजिरकेला में आरोपी की पहचान अर्जुन एक्का के रूप में हुई।
टीम ने गुप्त रूप से वहां दबिश दी और उसे गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने अपराध कबूल कर लिया।
पुलिस टीम की सराहनीय कार्रवाई
इस सफल कार्रवाई में सिटी कोतवाली प्रभारी गिरीजाशंकर यादव के नेतृत्व में उपनिरीक्षक भानूप्रताप बर्मन, प्रधान आरक्षक चंद्रकुमार ध्रुव, आरक्षक मनोज टंडन, बसंत डाहिरे, संजय यादव तथा सैनिक भोपसिंह की भूमिका सराहनीय रही।
न्यायालय में पेश, भेजा गया जेल
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस अब इस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।