

बिलासपुर। थाना सरकंडा क्षेत्र अंतर्गत एक गंभीर धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने कूटरचित दस्तावेजों के जरिए पैतृक जमीन की अवैध बिक्री करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।
मामले का खुलासा –
प्रार्थी प्रकाश दुबे, निवासी जूना बिलासपुर ने सरकंडा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके पिता स्व. भैयालाल दुबे के नाम की पैतृक भूमि (ग्राम खमतराई, खसरा नं. 672, रकबा 56 डिस्मिल) को कुछ लोगों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बेच दिया है। शिकायत के अनुसार, आरोपियों ने उनके दिवंगत पिता के स्थान पर भैयालाल सूर्यवंशी नामक एक अन्य व्यक्ति को खड़ा कर पंजीयन करवा दिया और दस्तावेजों में भी कूटरचना की।
पुलिस कार्रवाई –
मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की गई। जांच में सामने आया कि आरोपी अनुज मिश्रा, राहुल पटवा और अभिषेक दुबे ने मिलकर यह फर्जीवाड़ा किया था। बाद में इनकी निशानदेही पर मंगलदास पंडो और राम गोविंद पटवा को भी गिरफ्तार किया गया।
साइबर कैफे संचालक भी गिरफ्तार –
आरोपी प्रियांशु मिश्रा के बयान पर जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि फर्जी आधार कार्ड बनाने के लिए राजेंद्र नगर चौक स्थित महामाया साइबर कैफे के संचालक दीपक साहू ने जनवरी 2025 में एडिट कर फर्जी आधार कार्ड तैयार किया था। पुलिस ने फर्जी दस्तावेज बनाने में प्रयुक्त कंप्यूटर और कलर प्रिंटर भी जप्त कर लिया है। दीपक साहू को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम इस प्रकार हैं –
1. अनुज कुमार मिश्रा, निवासी राजकिशोर नगर
2. प्रियांशु मिश्रा, निवासी अभिषेक विहार फेस 2
3. राहुल पटवा, निवासी अटल आवास, उसलापुर
4. दीपक कुमार साहू, निवासी ग्राम घुंडूकापा (वर्तमान पता कुदुदंड, बिलासपुर)
5. मंगलदास पंडो और राम गोविंद पटवा भी गिरफ्त में
पुलिस ने कहा है कि दस्तावेजों की कूटरचना और फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।