

दुर्ग। नए शिक्षा सत्र की शुरुआत में ही दुर्ग पुलिस ने छात्रों की सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल के नेतृत्व में “सुरक्षित विद्यालय, सुरक्षित समाज” विषय पर 400 से अधिक स्कूल प्राचार्यों और प्रतिनिधियों की कार्यशाला का आयोजन कृष्णा पब्लिक स्कूल, सुपेला में किया गया।
🚨 मुख्य निर्देश और उपाय:
स्कूल बस, वैन और कॉमन रूम में CCTV कैमरे अनिवार्य।
हर कर्मचारी का पुलिस वेरिफिकेशन और चरित्र प्रमाणपत्र जरूरी।
ड्राइवर-कंडक्टर की तकनीकी जांच और ट्रैफिक नियमों का पालन अनिवार्य।
छात्रों को हेलमेट, सीट बेल्ट के उपयोग के लिए जागरूक किया जाए।
महिला स्टाफ और छात्राओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण, स्कूलों में महिला नोडल अधिकारी नियुक्त।
गुड टच-बैड टच की जानकारी देने प्रशिक्षित महिला पुलिस या शिक्षिकाएं लेंगी सेशन।
ड्रग अवेयरनेस के लिए स्कूलों में काउंसलिंग, संदिग्ध गतिविधियों पर पुलिस को सूचना।
साइबर सुरक्षा पर सतर्कता, हेल्पलाइन 1930 और पोर्टल (https://cybercrime.gov.in) के उपयोग का सुझाव।
हर स्कूल में सुरक्षा समिति बने और मासिक अवेयरनेस सेशन हों।
🧑🏫 कार्यशाला में शामिल हुए प्रमुख अधिकारी:
वीरेंद्र ठाकुर, एडीएम दुर्ग
सुखनंदन राठौर, एएसपी शहर
ऋचा मिश्रा, एएसपी यातायात
पद्मश्री तंवर, एएसपी IUCAW
अरविंद मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी
सत्य प्रकाश तिवारी, नगर पुलिस अधीक्षक
विजय यादव, थाना प्रभारी सुपेला
संकल्प राय, उप निरीक्षक
एसएसपी विजय अग्रवाल ने कहा, “छात्रों की सुरक्षा पुलिस और स्कूल प्रशासन दोनों की साझा जिम्मेदारी है। सावधानी ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।”
कार्यशाला में शिक्षा और सुरक्षा के समन्वय को लेकर कई अहम निर्णय लिए गए, जिससे बच्चों को सुरक्षित और अनुशासित माहौल मिले।