

बिलासपुर। जिले में रात्रि गस्त को और अधिक मजबूत बनाने के उद्देश्य से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने बुधवार की रात खुद शहर और ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने फिक्स पॉइंट, पेट्रोलिंग पार्टी, सेक्टर और जोनल अधिकारियों की सक्रियता की जांच की और जवानों को सतर्क रहकर ड्यूटी निभाने के निर्देश दिए।
➡️ हाईकोर्ट आवासीय परिसर की सुरक्षा का लिया जायजा
एसएसपी सिंह देर रात माननीय उच्च न्यायालय के आवासीय परिसर भी पहुंचे और वहां की सुरक्षा व्यवस्था का गहन निरीक्षण किया। सशस्त्र बल के गार्डों को दिशा-निर्देश देते हुए उन्होंने सतर्कता बनाए रखने की हिदायत दी।
➡️ थाना चकरभाठा में आकस्मिक निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान एसएसपी ने थाना चकरभाठा पहुंचकर वहां रात्रिकालीन पहरे का जायजा लिया। गश्त में लगे कर्मचारियों को सजगता और तत्परता से कर्तव्य पालन के लिए प्रेरित किया।
➡️ गश्त पॉइंट्स पर तैनात कर्मियों को किया पुरस्कृत
मगरपारा, तालापारा, देवकीनंदन चौक और पुराना बस स्टैंड चौक में तैनात कर्मचारियों की मुस्तैदी और प्रभावी चेकिंग से संतुष्ट होकर एसएसपी ने उनकी पीठ थपथपाई और उन्हें पुरस्कृत करने की घोषणा की।
➡️ हर थाना, हर सप्ताह, एक गश्त अनिवार्य
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जिले के प्रत्येक थाना और कार्यालय स्टाफ के लिए सप्ताह में कम से कम एक गश्त करना अनिवार्य कर दिया गया है। सभी फिक्स पॉइंट पर राइफलधारी जवानों की तैनाती सुनिश्चित की गई है।
➡️ रात्रि 12 बजे होती है ब्रीफिंग
गश्त की शुरुआत से पूर्व जोनल अधिकारी रात्रि 12 बजे प्रमुख चौकों पर एकत्र होकर सभी गश्ती दलों को ब्रीफ करते हैं, तत्पश्चात पूरी टीम गश्त के लिए रवाना होती है। सेक्टर और पेट्रोलिंग पार्टियां संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों की जांच भी करती हैं।
➡️ गश्त में शामिल अधिकारी
आज की रात्रि गश्त में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अर्चना झा, डीएसपी ट्रैफिक शिवचरण परिहार, थाना प्रभारी सिरगिट्टी किशोर केंवट, थाना प्रभारी कोनी राहुल तिवारी, थाना प्रभारी तोरवा अभय सिंह बैस और थाना प्रभारी रतनपुर नरेश चौहान भी शामिल रहे।
एसएसपी रजनेश सिंह के नेतृत्व में बिलासपुर पुलिस की रात्रि गश्त व्यवस्था को अधिक सशक्त और जवाबदेह बनाया जा रहा है। उनका फील्ड में उतरना न सिर्फ जवानों का मनोबल बढ़ा रहा है, बल्कि अपराधियों के मन में खौफ भी पैदा कर रहा है।