•ग्राम पंचायत कुकुस्दा में उभरा जनआक्रोश, हितग्राहियों से अवैध वसूली का गंभीर आरोप

मुंगेली/पथरिया। ग्राम पंचायत कुकुस्दा के सरपंच जनकराम साहू के खिलाफ गांव में जबरदस्त असंतोष की लहर दौड़ गई है। 12 जून 2025 को गांव के दर्जनों नागरिकों ने पथरिया के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को सामूहिक रूप से एक ज्ञापन सौंपते हुए सरपंच को पद से हटाने की मांग की। ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों से 15,000 रुपये की अवैध वसूली की जा रही है।

ग्रामीणों ने शिकायत में बताया कि सरपंच जनकराम साहू अपने पद का दुरुपयोग कर गांव में भय और दबाव का माहौल बना रहे हैं। सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर पैसों की मांग, गाली-गलौच और धमकी आम बात हो गई है। यदि कोई लाभार्थी पैसे देने से इनकार करता है, तो उसे योजना से वंचित करने की धमकी दी जाती है।

गांव के पंचों और नागरिकों ने यह भी आरोप लगाया कि सरपंच का रवैया तानाशाहीपूर्ण है। जब उनसे योजनाओं की पारदर्शिता या कार्यों की जानकारी मांगी जाती है, तो वे साफ शब्दों में कहते हैं – “मैं गांव का मुखिया हूं, मुझे किसी को जवाब देने की जरूरत नहीं।”

अन्य योजनाओं में भी भ्रष्टाचार के आरोप

शिकायतकर्ताओं के अनुसार, प्रधानमंत्री आवास योजना के अलावा सरपंच द्वारा पेंशन योजना, महतारी वंदना योजना, राशन कार्ड, मनरेगा मजदूरी, जैसे कार्यों में भी मनमानी और पैसों की मांग की जा रही है। कार्य न करने पर लाभार्थियों से अभद्र भाषा में बात की जाती है और उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है।

इस सामूहिक शिकायत पर कई पंचों और ग्रामीणों के हस्ताक्षर हैं, जिनमें संतोष यादव,कमल किशोर ध्रुव,परमेश्वर यादव (पंच), गौकरण मरावी,नकुल यादव,विश्राम (पंच), किशुन मरावी,माखन चतुर्वेदी सहित अन्य लोग शामिल हैं।

कार्रवाई की मांग, चेताया आंदोलन की चेतावनी

ग्रामीणों ने ज्ञापन में स्पष्ट रूप से मांग की है कि संविधान की धारा 40 के तहत सरपंच को तत्काल पद से बर्खास्त किया जाए और किसी ईमानदार व्यक्ति को ग्राम पंचायत की जिम्मेदारी सौंपी जाए। उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि यदि समय रहते प्रशासन कार्रवाई नहीं करता, तो गांव में बड़ा जन आंदोलन खड़ा हो सकता है।