

रायपुर। मध्यप्रदेश में यादव समाज से मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद अब भाजपा ने छत्तीसगढ़ में भी इसी समुदाय को साधने की रणनीति बनाई है। सूत्रों के मुताबिक दुर्ग जिले के विधायक गजेंद्र यादव को मंत्री बनाए जाने पर शीर्ष नेतृत्व की सहमति बन गई है। वहीं अनुसूचित जाति समाज से आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहेब का भी मंत्रिमंडल में शामिल होना लगभग तय माना जा रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि गजेंद्र यादव को मंत्री बनाकर भाजपा न सिर्फ प्रदेश में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी यादव समाज को सशक्त संदेश देगी। खासकर बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह फैसला अहम माना जा रहा है, क्योंकि बिहार की राजनीति में यादव समुदाय का बड़ा वोट बैंक है।
हरियाणा फार्मूला पर भी चर्चा
छत्तीसगढ़ विधानसभा में 90 सीटें हैं और नियमानुसार मुख्यमंत्री समेत 13 मंत्री बनाए जा सकते हैं। फिलहाल 11 मंत्री हैं और तीन नए चेहरों की एंट्री की संभावना है। चर्चा यह भी है कि हरियाणा की तर्ज पर यहां 14 मंत्री बनाए जा सकते हैं। यदि ऐसा हुआ तो बिलासपुर से अमर अग्रवाल, सरगुजा से राजेश अग्रवाल या बसना विधायक संपत अग्रवाल को मौका मिल सकता है। वहीं कुरूद विधायक अजय चंद्राकर, रायपुर पश्चिम के राजेश मूणत और रायपुर उत्तर के पुरंदर मिश्रा भी दौड़ में माने जा रहे हैं।
साय के विदेश दौरे से पहले शपथ संभव
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का 21 अगस्त से जापान और दक्षिण कोरिया का आधिकारिक दौरा प्रस्तावित है। माना जा रहा है कि उनके विदेश जाने से पहले ही मंत्रिमंडल का विस्तार कर नए मंत्रियों को शपथ दिला दी जाएगी। हाल ही में मुख्यमंत्री की अचानक राजभवन पहुंचकर राज्यपाल से मुलाकात ने भी अटकलों को और तेज कर दिया है। बताया जा रहा है कि नए मंत्रियों के नाम तय कर लिए गए हैं और जल्द ही शपथ ग्रहण की तारीख का ऐलान होगा।
👉 मंत्रिमंडल विस्तार अब सिर्फ औपचारिकता माना जा रहा है, और इसके जरिए भाजपा जातिगत व क्षेत्रीय संतुलन साधने की बड़ी रणनीति पर काम कर रही है।