

मुंगेली। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के दिशा-निर्देशन में जिलेभर में संचालित “पहल अभियान” के तहत गांव-गांव जाकर चौपाल लगाई जा रही है। इसी कड़ी में दिनांक 08 सितंबर 2025 को थाना लालपुर क्षेत्र के ग्राम चंदली में पुलिस विभाग द्वारा चौपाल का आयोजन किया गया। चौपाल का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों को नशे से दूर रखना, अपराध से बचाना तथा साइबर धोखाधड़ी के प्रति जागरूक करना था।
इस अवसर पर एसडीओपी एस.आर. धृतलहरे के नेतृत्व में टीआई अमित गुप्ता और पहल टीम ने ग्रामीणों से संवाद किया। चौपाल में बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधिकारियों ने नागरिकों को बताया कि किस प्रकार ऑनलाइन ठग अलग-अलग तरीकों से लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। बैंकिंग धोखाधड़ी, यूपीआई स्कैम, लॉटरी या गिफ्ट के झांसे, सोशल मीडिया फ्रॉड जैसे मामलों के बारे में जानकारी देते हुए सतर्क रहने की अपील की गई।
ग्रामीणों को बताया गया कि किसी भी संदिग्ध कॉल, मैसेज या लिंक पर विश्वास न करें और तुरंत राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करें। पुलिस ने यह भी कहा कि अंजान व्यक्तियों से मोबाइल पर दोस्ती न करें, न ही उन्हें अपनी निजी जानकारी साझा करें, क्योंकि यह अक्सर अपराध का कारण बनता है।
महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी जागरूकता फैलाई गई। पॉक्सो एक्ट से संबंधित प्रावधानों को विस्तार से बताया गया, ताकि महिलाएं और बच्चे किसी भी तरह के अपराध के खिलाफ साहसपूर्वक आवाज उठा सकें।

चौपाल में ग्रामीणों को यातायात नियमों का पालन करने, हेलमेट और सीट बेल्ट के महत्व के साथ-साथ शराब पीकर वाहन न चलाने की हिदायत दी गई। अधिकारियों ने कहा कि छोटे बच्चों को सही मार्गदर्शन देकर उन्हें शिक्षा की ओर प्रेरित करना चाहिए और शासन द्वारा दी जाने वाली शैक्षिक सुविधाओं का लाभ लेना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधिकारियों ने विशेष रूप से यह समझाया कि धोखाधड़ी के शिकार होने पर घबराना नहीं है, बल्कि तुरंत बैंक और पुलिस को सूचित करना चाहिए। इस तरह की सजगता से ही लोग सुरक्षित रह सकते हैं।
इस चौपाल में शामिल ग्रामीणों ने पहल अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह की जानकारी गांव-गांव में पहुंचाना बेहद जरूरी है। ग्रामीणों ने पुलिस से अनुरोध किया कि ऐसे कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाएं।
🔹 “पहल अभियान” का मकसद है – अपराध और नशे से मुक्ति, सुरक्षित समाज की स्थापना और जागरूक नागरिकों का निर्माण।
