



जन्मदिन के शुभ अवसर पर विशेष
जब किसी व्यक्ति का नाम उसके कार्यों और संस्कारों से जुड़ जाए, तो वह सिर्फ एक नाम नहीं रह जाता – वह एक पहचान बन जाता है। ऐसा ही एक नाम है प्रेम आर्य, जो छत्तीसगढ़ के व्यापारिक और राजनीतिक परिदृश्य में समर्पण, सौम्यता और नेतृत्व का प्रतीक है। भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष के रूप में संगठन को आर्थिक मजबूती देने में उनकी भूमिका अत्यंत सराहनीय रही है। वहीं, छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में उन्होंने व्यापारिक हितों की रक्षा और छोटे व्यापारियों की आवाज को शासन तक पहुँचाने में उल्लेखनीय प्रयास किए हैं।

व्यक्तित्व की सरलता, विचारों में गहराई
प्रेम आर्य जी की सबसे बड़ी ताकत है उनका मृदु स्वभाव और समावेशी दृष्टिकोण। वे जितने कुशल संगठनकर्ता हैं, उतने ही संवेदनशील सामाजिक सरोकारों को लेकर भी। चाहे व्यापारियों की समस्या हो या आम जनता की वे हर किसी से समान आत्मीयता से मिलते हैं, यही कारण है कि वे न केवल पदों से बल्कि दिलों से जुड़े हुए नेता हैं।

समाजसेवा में अग्रणी : उनका जीवन सिर्फ
संगठन और व्यापार तक सीमित नहीं है। शैक्षणिक सहायता, स्वास्थ्य शिविर, गरीबों की मदद, युवा उद्यमियों को प्रोत्साहन – हर क्षेत्र में वे सक्रिय रूप से जुड़े रहते हैं। “कर्म ही पूजा है” की विचारधारा को वे अपने जीवन में जीते हैं।

सम्मान और सराहना : उनकी सेवाओं को
देखते हुए अनेक संगठनों ने उन्हें सम्मानित किया है। परंतु, प्रेम आर्य जी के लिए सबसे बड़ा सम्मान है – आम जनता और कार्यकर्ताओं का विश्वास।

जन्मदिन पर शुभकामनाएं : आज उनके
जन्मदिन पर यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि समाज को प्रेम आर्य जैसे जनप्रतिनिधियों की आवश्यकता है, जो बिना किसी दिखावे के, निरंतर और निष्ठापूर्वक सेवा में लगे रहते हैं।
