

रायपुर। छत्तीसगढ़ में ड्रग्स रैकेट के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत गिरफ्तार नव्या मलिक और विधि अग्रवाल को शनिवार को रायपुर कोर्ट में पेश किया गया। दोनों आरोपियों ने कोर्ट में अपना चेहरा छिपाने की कोशिश की, लेकिन न्यायालय ने उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि नव्या मलिक और विधि अग्रवाल का नेटवर्क केवल रायपुर ही नहीं बल्कि कई राज्यों में फैला हुआ था। पाकिस्तान से हेरोइन और दिल्ली से MDMA जैसी खतरनाक ड्रग्स मंगाकर यह दोनों हाई-प्रोफाइल पार्टियों और रईसजादों तक सप्लाई करती थीं। पुलिस के अनुसार, दोनों लगभग 850 प्रभावशाली लोगों के संपर्क में थीं, जिनमें होटल कारोबारियों से लेकर बड़े नेताओं के बेटे तक शामिल हैं। हालांकि, पुलिस ने अब तक किसी का नाम सार्वजनिक नहीं किया है।
गौरतलब है कि रायपुर पुलिस ने 23 अगस्त को हर्ष आहूजा, मोनू विश्नोई और दीप धनोरिया को गिरफ्तार किया था। इन्हीं से पूछताछ के बाद नव्या मलिक का नाम सामने आया और पुलिस ने उसे मुंबई से गिरफ्तार किया। नव्या मलिक पेशे से इंटीरियर डिजाइनर है, जबकि विधि अग्रवाल इवेंट मैनेजर बताई जा रही हैं।
बताया जाता है कि नव्या मलिक हाई-प्रोफाइल पार्टियों में खुद ड्रग्स लेकर जाती थी और वहीं सप्लाई करती थी। धीरे-धीरे उसने अपना नेटवर्क खड़ा कर लिया और अब इसे ड्रग्स रैकेट का बड़ा चेहरा माना जा रहा है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और आने वाले दिनों में कई और चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।