

26 वर्षों से अनवरत जारी है मां नर्मदा बोल बम समिति की यह पुण्य परंपरा
मुंगेली। श्रावण मास की पावनता और आस्था से परिपूर्ण माहौल में सोमवार को 135 कांवरियों ने अमरकंटक से मां नर्मदा का पवित्र जल लाकर शंकर मंदिर (मल्लाहपारा) में भगवान शिव का जलाभिषेक किया। इस पांच दिवसीय यात्रा के साथ 26 वर्षों से अनवरत चली आ रही “मां नर्मदा बोल बम समिति” की यह परंपरा एक बार फिर श्रद्धा, समर्पण और सामाजिक सहयोग का संदेश देती नजर आई।
कांवर यात्रा : कठिन रास्ते, अटूट आस्था
समिति के संस्थापक राजेश नामदेव ने बताया कि यह यात्रा आसान नहीं होती — कांवरियों को जंगलों, पहाड़ियों, कीचड़ और वर्षा से जूझते हुए नंगे पांव कई किलोमीटर चलना पड़ता है। मगर शिवभक्ति की शक्ति से सब कांवरिए हर कठिनाई को पीछे छोड़ते हैं और भक्तिभाव से मुंगेली पहुंचते हैं।
बोल बम के नारों से गूंज उठा नगर
नगर में प्रवेश के साथ ही “बोल बम”, “हर हर महादेव” के जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो गया। जगह-जगह पुष्पवर्षा, स्वागत मंच, जलपान और विश्राम की व्यवस्था स्थानीय नागरिकों एवं समिति के सदस्यों द्वारा की गई थी। श्रद्धालुओं के स्वागत में नगरवासियों का उत्साह देखते ही बनता था।
शिवमंदिर में भक्ति का संगम
कांवरियों ने शंकर मंदिर पहुंचकर नर्मदा जल से भगवान शिव का अभिषेक किया। इस दौरान भजन-कीर्तन, धार्मिक गीत, और हर हर महादेव के उद्घोष से मंदिर परिसर गूंज उठा। भक्तों ने परिवार की सुख-समृद्धि और मनोकामना पूर्ति की कामना की।
समाज सेवा और परंपरा का संगम
इस भव्य आयोजन में समिति के सदस्य, श्रद्धालु, स्थानीय जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नगरवासी उपस्थित रहे। आयोजन ने न केवल शिवभक्ति का परिचय दिया, बल्कि सामाजिक सहयोग, अनुशासन और आस्था की मिसाल भी प्रस्तुत की।