

मुंगेली । पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (भा.पु.से.), एसडीओपी मयंक तिवारी और थाना सिटी कोतवाली प्रभारी गिरजा शंकर यादव के निर्देशन में मुंगेली पुलिस को वाहन चोरी के एक मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस पूरे प्रकरण में थाना कोतवाली में पदस्थ आरक्षक अजय चंद्राकर की भूमिका विशेष रूप से अहम रही, जिनकी सजगता से चोरी की गई कार बरामद हो सकी और आरोपी पकड़ में आ गया।
आरक्षक अजय चंद्राकर जब नियमित पेट्रोलिंग पर थे, तब गीधा बायपास के पास एक संदिग्ध हालत में खड़ी कार पर उनकी नजर पड़ी। जांच करने पर पाया गया कि कार के चारों टायर और बैटरी गायब थे। वाहन के अंदर दस्तावेज देखने पर पता चला कि कार रायपुर निवासी शशांक ताम्रकार की है।

आरक्षक ने तुरंत वाहन मालिक से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि उनकी कार 23 जुलाई को चोरी हो गई थी, जिसकी एफआईआर डीडीनगर थाना रायपुर में क्र. 294/25, धारा 303(2) BNS के तहत दर्ज की गई है।
मामले को गंभीरता से लेते हुए मुंगेली पुलिस ने डीडीनगर पुलिस से संपर्क किया। रायपुर से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर मुंगेली पुलिस ने महज चार घंटे के भीतर आरोपी की पहचान कर उसे उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान आकाश उर्फ मोनू (25 वर्ष), पिता स्व. संदीप कार्तिक, निवासी मुंगेली के रूप में हुई।

जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी ने खुद को नगर निगम का कर्मचारी बताकर रायपुर स्थित पीड़ित के घर में प्रवेश किया और वाहन चोरी कर मुंगेली ले आया।
चोरी की गई कार को पुलिस ने जब्त कर लिया है तथा संबंधित थाना डीडीनगर रायपुर को सूचित कर दिया गया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि वाहन को मुंगेली लाने के पीछे आरोपी की मंशा क्या थी।
इस पूरे मामले में आरक्षक अजय चंद्राकर की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने अहम भूमिका निभाई, जिससे एक बड़ा अपराध सुलझाया जा सका। पुलिस की सक्रियता से वाहन की बरामदगी हुई है, मामले में आगे की विवेचना जारी है।
