

मुंगेली। विकासखंड शिक्षा अधिकारी डॉ. प्रतिभा मंडलोई ने मंगलवार को भथरी संकुल के अंतर्गत प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शालाओं का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डॉ. मंडलोई ने प्राथमिक शाला भथरी, पूर्व माध्यमिक शाला भथरी, पूर्व माध्यमिक शाला सोलहाबेल्हा, प्राथमिक शाला सोलहाबेल्हा, प्राथमिक शाला केसरवाडीह तथा पूर्व माध्यमिक शाला केसरवाडीह का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान शाला परिसर पूर्णतः स्वच्छ एवं सुव्यवस्थित पाया गया। सभी शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज की गई, शिक्षकों द्वारा डेली डायरी का संधारण भी नियमित रूप से किया जा रहा है। मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता की भी जांच की गई, जिसमें चावल, दाल, अचार, पापड़ और आलू-बड़ी की सब्जी परोसी गई थी। भोजन स्वादिष्ट और संतोषजनक पाया गया। डॉ. मंडलोई द्वारा स्वयं भोजन का स्वाद चखा गया।
छात्रों को टच फॉर्म प्रदान किए गए : पूर्व माध्यमिक शाला सोलहाबेल्हा के छात्र-छात्राओं को आगामी कक्षा 9वीं में प्रवेश के लिए टच फॉर्म वितरित किए गए, जिससे वे उच्च कक्षा के लिए अन्य विद्यालयों में प्रवेश ले सकें।
उपस्थिति विवरण :
प्राथमिक शाला सोलहाबेल्हा: 35 छात्र उपस्थित
पूर्व माध्यमिक शाला सोलहाबेल्हा: 10 छात्र उपस्थित
प्राथमिक शालाओं में कुल उपस्थिति: 93 छात्र, जिनमें 3 नए प्रवेश
पूर्व माध्यमिक शाला भथरी: 95 छात्र उपस्थित
शिक्षकों की बैठक एवं निर्देश
•केसरवाडीह में शिक्षकों की बैठक आयोजित कर पठन-पाठन व्यवस्था की समीक्षा की गई। बैठक में डॉ. मंडलोई ने सभी प्रधान पाठकों को निम्न निर्देश दिए—
•प्राथमिक शाला के बच्चों से प्रत्येक दिन तीन पेज इमला लिखवाया जाए।
•पूर्व माध्यमिक शाला के विद्यार्थियों से छह पेज लेखन अभ्यास एवं टेस्ट की तैयारी करवाई जाए।
डॉ. प्रतिभा मंडलोई ने कहा – “निरीक्षण के दौरान शालाओं में अनुशासन, स्वच्छता और उपस्थिति संतोषजनक पाई गई। शिक्षकों की बैठक में शैक्षणिक प्रगति पर भी गंभीर चर्चा की गई है। सभी शालाओं में अध्ययन कार्य सुचारु रूप से संचालित हो रहा है।”
प्रधानपाठक की लेटलतीफी से बच्चे रह गए भूखे, बीईओ ने जताई सख्त नाराजगी : शासकीय स्कूल में लापरवाही की बड़ी तस्वीर सामने आई है। विकासखंड शिक्षा अधिकारी डॉ. प्रतिभा मंडलोई ने मंगलवार 17 जून को करही संकुल के एक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण सुबह 9 बजे शुरू हुआ, लेकिन प्रधानपाठक 10:15 बजे तक स्कूल नहीं पहुंचे थे। उनकी अनुपस्थिति के चलते रसोईया बिना मध्यान्ह भोजन बनाए लौट गई, जिससे बच्चे भूखे रह गए। सहायक शिक्षिका हेमंती परिहार भी 9:30 बजे तक स्कूल नहीं पहुंची थीं। बीईओ ने इस पूरे मामले को कर्तव्य के प्रति लापरवाही और अनुशासनहीनता करार दिया है। बीईओ ने इस दिन को अवैतनिक घोषित करते हुए 24 घंटे के भीतर कारण बताओ नोटिस का जवाब देने का निर्देश दिया है। जवाब असंतोषजनक पाए जाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।