

मुंगेली । स्वास्थ्य सेवाओं पर बड़ा असर डालने वाली ख़बर सामने आई है। नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) कर्मचारी संघ ने सरकार के रवैये से नाराज़ होकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। मुंगेली ज़िले के 367 से अधिक स्वास्थ्य कर्मी भी इस आंदोलन में शामिल हो गए हैं।
हड़ताल की शुरुआत
छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अमित कुमार मिरी, प्रदेश महासचिव कौशलेश तिवारी एवं अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि 15 अगस्त 2025 तक सरकार की ओर से कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया। इसी कारण 18 अगस्त 2025 से प्रदेशभर के 16,000 से अधिक एनएचएम कर्मचारी कलमबंद और कामबंद हड़ताल शुरू कर चुके हैं।
आपातकालीन सेवाएँ भी बंद
कर्मचारियों ने इस बार आंदोलन को और कड़ा रूप देते हुए स्पष्ट कर दिया है कि एसएनसीयू (Special Newborn Care Unit) सहित आपातकालीन सेवाएँ भी पूरी तरह बंद रहेंगी। संघ द्वारा शासन को इस बारे में पूर्व में ही सूचना दी जा चुकी थी।
प्रमुख मांगे
एनएचएम कर्मचारियों ने सरकार के समक्ष कई महत्वपूर्ण माँगें रखी हैं—
1. संविलियन/स्थायीकरण
2. पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना
3. ग्रेड पे का निर्धारण
4. कार्य मूल्यांकन व्यवस्था में पारदर्शिता
5. लंबित 27% वेतन वृद्धि
6. नियमित भर्ती में सीटों का आरक्षण
7. अनुकंपा नियुक्ति
आम जनता पर असर
हड़ताल की वजह से जिला अस्पतालों और ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाएँ गंभीर रूप से प्रभावित होने की आशंका है। खासकर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं पर सीधा असर पड़ सकता है।