

मुंगेली | झाड़फूंक से धन प्राप्ति की लालसा में 7 वर्षीय मासूम लाली की बलि दे दी गई। घटना लोरमी थाना क्षेत्र के कोसाबाड़ी गांव की है, जहां मासूम को उसके घर से अगवा कर तांत्रिक अनुष्ठान ‘झरन पूजा’ के नाम पर मौत के घाट उतार दिया गया। पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला एवं मुंगेली एसपी भोजराम पटेल के मार्गदर्शन में गठित पुलिस टीम ने वैज्ञानिक तकनीकों का उपयोग कर वारदात का खुलासा किया। मृत बालिका की अस्थियाँ खेत में दफन मिलीं, जिनकी डीएनए जांच से पुष्टि हुई।
ऐसे सामने आया पूरा मामला : 12 अप्रैल को कोसाबाड़ी निवासी पुष्पा गोस्वामी ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी सबसे छोटी बेटी कु. महेश्वरी उर्फ लाली रात को घर से गायब हो गई है। रात 2 बजे नींद खुलने पर वह बिस्तर पर नहीं मिली। थाना लोरमी में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज हुआ।
परिवार की आर्थिक स्थिति और पारिवारिक पृष्ठभूमि : लाली के पिता जनकगिरी पोलियो ग्रस्त और लकवाग्रस्त हैं। बेहद गरीब परिवार है। लाली की माँ पुष्पा मानसिक रूप से कमजोर बताई जाती है। परिवार चिम्मन गिरी पर आर्थिक रूप से आश्रित था, जो लाली का चचेरा भाई है।
खेत में मिली खोपड़ी और हड्डियाँ, डीएनए से हुई पुष्टि : 6 मई को गांव के श्मशान से कुछ दूर खेत में मानव खोपड़ी और अस्थियाँ मिलीं। डॉक्टरों की राय में वे 7-8 साल की बच्ची की थीं। डीएनए रिपोर्ट ने यह पुष्टि कर दी कि वे अवशेष लाली के ही थे। हत्या के सबूत भी चोटों के निशानों से मिले।
ब्रेन मैपिंग-पॉलीग्राफ से मिला अहम सुराग : पुलिस ने मां पुष्पा और चिम्मन की पत्नी ऋतु का ब्रेन मैपिंग, पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट कराया। इसमें खुलासा हुआ कि ‘झरन पूजा’ के लिए ही बालिका की बलि देने की योजना थी।
ऋतु गोस्वामी ने पूजा के लिए लाली को लाने का आदेश दिया।
नरेंद्र मार्को को बालिका को लाने के लिए पैसे दिए गए।
चिम्मन गिरी ने तंत्र-मंत्र की सामग्री जुटाई।
रामरतन निषाद तांत्रिक विधियों का जानकार था।
आकाश मरावी ने शव को दफनाने में मदद की।
धन पाने की लालसा बनी हत्या की वजह : झरन पूजा को लेकर गांव में यह धारणा है कि इससे मनचाहा धन मिलता है। ऋतु गोस्वामी ने कई संस्थाओं से लोन ले रखा था और उसे चुकाने की जुगत में वह इस तांत्रिक कृत्य में शामिल हुई।
पड़ोसियों ने देखी थी संदिग्ध गतिविधि : एक पड़ोसी ने रात में किसी महिला व पुरुष को बच्ची को घर से श्मशान की ओर ले जाते देखा था। यहीं से पुलिस को संदेह हुआ और जांच की दिशा तय हुई।
गिरफ्तार आरोपी :
1. चिम्मन गिरी गोस्वामी (40)
2. ऋतु गोस्वामी (36)
3. नरेंद्र मार्को (21)
4. आकाश मरावी (21)
5. रामरतन निषाद (45)
पांचों आरोपी न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिए गए हैं। इनके खिलाफ धारा 137(2), 103(1), 140, 61, 3(5) BNS के तहत मामला दर्ज है।
लोन घोटाले में भी फंसी आरोपी ऋतु : ऋतु गोस्वामी ने गांव की महिला के नाम पर लोन लेकर रकम हड़प ली थी। इस पर भी लोरमी थाने में धारा 420, 406 का केस दर्ज है।
पुलिस व प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई : टीम में शामिल अधिकारी: निरीक्षक अखिलेश वैष्णव, सायबर प्रभारी सुशील बंछोर, उपनिरीक्षक सतेन्द्रपुरी, नंदलाल पैकरा, साइबर सेल की टीम।
प्रशासनिक सहयोग: अपर कलेक्टर मेनका प्रधान, एसडीएम अजीत पुजारी, नायब तहसीलदार शांतनु तारन सहित राजस्व अमले ने बड़ी भूमिका निभाई।
झाड़फूंक के अंधविश्वास में फंसे लोगों ने मासूम लाली की नृशंस हत्या कर दी। पुलिस की वैज्ञानिक और तकनीकी विवेचना से हत्यारों को बेनकाब किया गया। यह घटना समाज के उस अंधेरे को उजागर करती है, जहां अंधविश्वास और लोभ के कारण मासूम जानों की आहुति दी जा रही है।