

माले (मालदीव) – अपने यूके दौरा पूरा करके दो दिवसीय प्रवास पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस समय दो दिनों के मालदीव पहुंच चुके हैं। आज मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू और प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात हुई , जिसमें कई अहम फैसले लिये गये। बैठक के बाद भारत के मालदीव के साथ 4,850 करोड़ रुपये के कर्ज सुविधा के लिये किये गये समझौते का ऐलान किया गया। भारत ने मालदीव को 565 मिलियन डॉलर की नई लाइन ऑफ क्रेडिट देने का फैसला लिया है। इससे आर्थिक नुकसान झेल रहे मालदीव को काफी फायदा होने की उम्मीद है। मुइज्जू से मुलाकात करने के बाद पीएम मोदी ने बताया कि भारत और मालदीव के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर भी बात शुरू हो गई है। पीएम मोदी ने कहा – भारत को मालदीव का सबसे भरोसेमंद दोस्त होने पर गर्व है। भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति और महासागर विजन में मालदीव का महत्वपूर्ण स्थान है। पीएम मोदी ने कहा – भारत और मालदीव द्विपक्षीय निवेश संधि को अंतिम रूप देने की दिशा में काम करेंगे। हमने मालदीव को 565 मिलियन अमेरिकी डॉलर की ऋृण सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है। रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में आपसी सहयोग आपसी विश्वास का प्रमाण है। वहीं भारत, मालदीव को उसकी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में हमेशा सहयोग देगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं भारत की जनता की ओर से स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ के ऐतिहासिक अवसर पर राष्ट्रपति और मालदीव की जनता को हार्दिक बधाई देता हूं। इस ऐतिहासिक अवसर पर मुझे मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने के लिये मैं राष्ट्रपति मुइज्जू का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। इस वर्ष भारत और मालदीव अपने राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने का भी जश्न मना रहे हैं। लेकिन हमारे संबंधों की जड़ें इतिहास से भी पुरानी और समुद्र जितनी गहरी हैं। आज जारी किये गये स्मारक डाक टिकटों में दोनों देशों की पारंपरिक नौकाओं को प्रदर्शित किया गया है। यह दर्शाता है कि हम सिर्फ़ पड़ोसी ही नहीं , बल्कि सह-यात्री भी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के साथ व्यापक वार्ता की जिसमें व्यापार , रक्षा और बुनियादी ढांचे के क्षेत्रं में सहयोग को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। दोनों नेताओं ने आमने-सामने की बैठक के साथ-साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता भी की। प्रधानमंत्री मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू की उपस्थिति में दोनों देशों ने समझौता जापनों का आदान- प्रदान किया। वहीं मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भी प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के साथ माले में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रैंस के दौरान दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू होने की घोषणा की। मुइज्जू ने कहा – मुझे भारत और मालदीव के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू होने की घोषणा करते हुये भी खुशी हो रही है। यह ऐतिहासिक पहल हमारी आर्थिक साझेदारी को मज़बूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुइज्जू ने कहा – भारतीय प्रधानमंत्री की यह यात्रा दो महत्वपूर्ण अवसरों के साथ हो रही है। शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में मेरे साथ शामिल होंगे। आज हमने मालदीव और भारत के बीच औपचारिक राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में संयुक्त रूप से एक स्मारक डाक टिकट जारी किया है। भारत और मालदीव ने आज कई समझौते किये हैं। इसमें मालदीव को 4,850 करोड़ रुपये की ऋण सीमा (एलओसी) का विस्तार , भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित एलओसी पर मालदीव के वार्षिक ऋण चुकौती दायित्वों में कमी , भारत-मालदीव मुक्त व्यापार समझौता (आईएमएफटीए) वार्ता का शुभारंभ , भारत-मालदीव राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ पर संयुक्त स्मारक डाक टिकट जारी करना , भारत की क्रेता ऋण सुविधाओं के तहत हुलहुमाले में 3,300 सामाजिक आवास इकाइयों को सौंपना , अड्डू शहर में सड़क और जल निकासी प्रणाली परियोजना का उद्घाटन , मालदीव में छह उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन , 72 वाहनों और अन्य उपकरणों को सौंपना आदि शामिल है। गौरतलब है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विमान मालदीव की राजधानी माले में लैंड होते ही स्वागत के लिये खुद मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू एयरपोर्ट पहुंचे और गले लगाकर पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे गहरा भावुक करने वाला क्षण बताया।इस दौरान मालदीव के कई अन्य मंत्री भी एयरपोर्ट पर पीएम मोदी के स्वागत के लिये मौजूद रहे। प्रधानमंत्री बनने के बाद से अब तक यह पीएम मोदी का मालदीव का तीसरा दौरा है , जहां वे मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के निमंत्रण पर 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में यहां पहुंचे हैं। यहां पीएम मोदी और राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुज्जू के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी हुई। प्रधानमंत्री मोदी को माले के प्रतिष्ठित रिपब्लिक स्क्वायर में गार्ड ऑफ ऑनर और 21 तोपों की सलामी दी गई। इस दौरान दोनों देशों के राष्ट्रगान भी बजाये गये और एमीनिया स्कूल के छात्रों द्वारा पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किया गया।