

सात विषयों पर संवाद, नुक्कड़ नाटक और शपथ रैली से मिली चेतना की सीख
बिलासपुर। जिले में ‘चेतना–छात्र जागरूकता अभियान’ के दूसरे चरण के अंतर्गत स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल, दयालबंद में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अभियान का उद्देश्य स्कूली छात्र-छात्राओं को सामाजिक, नैतिक और कानूनी विषयों पर जागरूक बनाना है।
कार्यक्रम की शुरुआत और उद्देश्य
आयोजन की शुरुआत सरस्वती वंदना और अतिथि स्वागत से हुई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, अभिभावकों और विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों की सहभागिता रही। आयोजन का उद्देश्य छात्रों को महिला एवं बाल अपराध, साइबर सुरक्षा, नशा उन्मूलन, पर्यावरण संरक्षण, बुजुर्गों का सम्मान और सड़क सुरक्षा जैसे विषयों पर सजग करना था।
सात प्रमुख विषयों पर संवाद सत्र आयोजित
कार्यक्रम में निम्नलिखित विषयों पर मास्टर ट्रेनर्स द्वारा संवाद सत्र आयोजित किए गए:
1. महिला एवं बाल अपराध – छात्राओं को आत्मरक्षा और अधिकारों की जानकारी दी गई।
2. साइबर क्राइम – ऑनलाइन धोखाधड़ी और सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग पर मार्गदर्शन मिला।
3. नशा उन्मूलन – युवाओं को नशे से दूर रहने और स्वस्थ जीवन अपनाने का संदेश दिया गया।
4. सड़क सुरक्षा – ट्रैफिक नियमों का पालन करने की प्रेरणा दी गई।
5. मोबाइल लत से बचाव – अत्यधिक मोबाइल उपयोग से होने वाले मानसिक प्रभावों पर चर्चा हुई।
6. बुजुर्गों का सम्मान – परिवार और समाज में वरिष्ठ नागरिकों की भूमिका पर संवाद हुआ।
7. पर्यावरण जागरूकता – जल, जंगल और जमीन की सुरक्षा के महत्व को रेखांकित किया गया।
रचनात्मक प्रस्तुतियाँ बनीं आकर्षण का केंद्र
छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक, गीत और नृत्य ने जागरूकता को रचनात्मक रूप में पेश किया। इन प्रस्तुतियों के माध्यम से बच्चों ने संदेश दिया कि वे अब खुद सजग बनेंगे और समाज को भी सतर्क करेंगे।
यातायात शपथ और रैली
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को यातायात नियमों का पालन करने की शपथ दिलाई गई। इसके उपरांत एक जागरूकता रैली निकाली गई जिसमें छात्रों ने हाथों में स्लोगन-प्लकार्ड लेकर शहरवासियों को जागरूक किया।
उपस्थित प्रमुख जन
कार्यक्रम में स्कूल प्राचार्य सहित मास्टर ट्रेनर उमाशंकर पांडे, शैलेंद्र सिंह, विकास वर्मा, रेखा गुल्ला, चुन्नी मौर्य, आरती अनंत, श्रुति जनकल्याण फाउंडेशन के सदस्य, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास, यातायात पुलिस सहित अन्य विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को सराहना
इस आयोजन को शिक्षकों, अभिभावकों और अतिथियों ने सराहनीय प्रयास बताया। उनका कहना था कि ऐसे कार्यक्रम बच्चों के व्यक्तित्व विकास, आत्मविश्वास और सामाजिक सजगता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।