

कोरबा – लगातार हुई बारिश के चलते नदी में जलस्तर बढ़ जाने के कारण उसके पास बसे ग्रामीणों के छतों पर फंसे होने की सूचना मिलने पर डीडीआरएफ कोरबा की टीम ने एसडीआरएफ बिलासपुर टीम के साथ घनघोर जंगल के भीतर देर रात्रि तीन घंटे तक संयुक्त रेस्क्यू कर अलग – अलग खण्डों ( कृषि कार्य करने खेत गये एवं मछली मारने पहुंचे) सत्रह ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान तक लाने में सफलता हासिल की है। इस कार्यवाही में राजस्व विभाग पाली , थाना पाली स्टॉफ की भी सराहनीय भूमिका रही।
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुये डिस्ट्रिक्ट कमाण्डेण्ट कोरबा अनुज एक्का ने अरविन्द तिवारी को बताया कन्ट्रोल रुम रामपुर 112 से समय लगभग पांच बजे सूचना प्राप्त हुआ कि छह ग्रामीण पाली थाना क्षेत्र अन्तर्गत टूकू पथरा ग्राम में नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण अपने मकान के छत पर चढ़ गये हैं तथा उनको रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर निकाल कर लाना है। सूचना प्राप्त होते ही डीडीआरएफ कोरबा की टीम तथा एसडीआरएफ बिलासपुर की टीम दोनों ने मिलकर मोटर बोट के माध्यम से रात्रि लगभग साढ़े ग्यारह बजे से लेकर ढाई बजे तक सफल रेस्क्यू कर सत्रह लोगों (जिसमें बच्चे , बूढ़े एवं महिला भी सम्मिलित) को सकुशल रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान तक लाया गया। डीसी एक्का ने बताया कि एसडीआरएफ की टीम पहले से ही उस क्षेत्र में मौजूद थी जिनसे डीडीआरएफ की टीम ने सहयोग लिया।
इन ग्रामीणों का किया गया रेस्क्यू –
लक्ष्मीनारायण यादव उम्र 50 वर्ष , महारथी कश्यप 61 वर्ष , रामदेव यादव 27 वर्ष , मुकेश यादव 18 वर्ष , जगत राम यादव 27 वर्ष , धर्मेन्द्र कश्यप 32 वर्ष , राहुल यादव 17 वर्ष , छत्रपाल यादव 48 वर्ष , लक्ष्मेंद्र कश्यप 39 वर्ष , वृहस्पति बाई 45 वर्ष सभी निवासी लब्दापारा पोंड़ी एवं गोवर्धन महिलांगे 65 वर्ष , श्याम बाई 60 वर्ष , शौखीलाल खुरसेंगा 35 वर्ष , कविता 27 वर्ष , साधना 24 वर्ष , गोविन्द 02 वर्ष और दिक्षिका 01 वर्ष सभी निवासी टुकू पथरा।
इन जवानों की भूमिका रही सराहनीय –
इन सभी ग्रामीणों के सफल रेस्क्यू करने में एसडीआरएफ टीम बिलासपुर से मेजर ध्रुव कुमार साहू , सैनिक दीपक तिवारी , दीपक साहू , रेखचंद लहरे , संजय बघेल , सुशील ध्रुव , प्रदीप राठौर , राजेश राठौर और वाहन चालक जनकराम पटेल की सराहनीय भूमिका रही। वहीं डीडीआरएफ कोरबा से सैनिक गेंदलाल मनहरे , संतोष पटेल , सुधीर लहरे , कमलेश कंवर , घनश्याम खूंटे , पवन कंवर , अभिनव सिंह और अनिल कुमार यादव का भी सराहनीय योगदान रहा।