

बेमेतरा । कलेक्टर रणबीर शर्मा के मार्गदर्शन मे जिला चिकित्सालय परिसर स्थित 100 बिस्तर मातृ एवं शिशु अस्पताल बेमेतरा में स्टॉप डायरिया अभियान 2025 का जिला स्तरीय शुभारंभ किया गया। यह कार्यक्रम जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक बसोड़ के निर्देशानुसार एवं सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ. लोकेश साहू की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। इस अवसर पर जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. शरद कोहाड़े, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. दीपक निराला, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुश्री लता बंजारे, अस्पताल सलाहकार डॉ. स्वाति यदु, जिला मीडिया प्रभारी संजय तिवारी, टीकाकरण कार्यालय सहायक देवेंद्र नामदेव, अस्पताल के अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में जनसामान्य उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित बच्चों को 2 ओ.आर.एस. के पैकेट एवं 14 जिंक की गोली का वितरण किया गया। साथ ही अभिभावकों को इनका सही तरीके से सेवन कराने की विधि बताई गई। ओ.आर.एस. घोल बनाने की प्रक्रिया का भी प्रदर्शन किया गया। डॉ. कोहाड़े द्वारा व्यक्तिगत स्वच्छता की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि हाथ धोने की आदतों से डायरिया की रोकथाम की जा सकती है। शौच के बाद, भोजन पकाने या खाने से पहले, बच्चों को खाना खिलाने से पहले, मल साफ करने के बाद, कूड़ा या जानवरों को छूने के पश्चात् हाथ धोना आवश्यक है। हाथ धोने की 6 चरणीय विधि का प्रदर्शन मितानिनों द्वारा किया गया।
इस अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से जिला स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा जनजागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि स्टॉप डायरिया अभियान 16 जून से 31 जुलाई 2025 तक चलेगा। इस दौरान जिले में 0 से 5 वर्ष के कुल 1,07,074 बच्चों को 2 ओ.आर.एस. पैकेट एवं आवश्यकता अनुसार जिंक टेबलेट का वितरण किया जाएगा। एएनएम, मितानिन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से घर-घर जाकर बच्चों की निगरानी, डायरिया प्रभावित बच्चों की पहचान एवं प्राथमिक उपचार हेतु ओ.आर.एस. व जिंक का वितरण सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही घर में ओ.आर.एस. घोल तैयार करने एवं सुरक्षित पेयजल के उपयोग हेतु जनजागरूकता की जाएगी।
बच्चों को आंगनबाड़ी एवं स्कूलों में व्यक्तिगत स्वच्छता एवं हाथ धोने की विधि का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभियान की सफलता के लिए अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित किया गया है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नगरीय प्रशासन, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं स्वच्छ भारत मिशन जैसे विभाग इसमें सहभागिता करेंगे। जिले के समस्त शासकीय एवं पंजीकृत निजी अस्पतालों तथा आंगनबाड़ी केंद्रों में निःशुल्क ओ.आर.एस. कॉर्नर स्थापित किए जाने हेतु पत्र जारी किया गया है ताकि डायरिया से ग्रसित मरीजों को शीघ्र उपचार मिल सके।
कलेक्टर रणबीर शर्मा ने जिलेवासियों से अपील की कि स्टॉप डायरिया अभियान के दौरान स्वच्छता, सुरक्षित पेयजल एवं दी जा रही सेवाओं का भरपूर लाभ लें एवं डायरिया की रोकथाम में प्रशासन का सहयोग करें। यह अभियान बच्चों के स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण पहल है जो जनसहभागिता एवं सामूहिक प्रयासों से सफल होगा।